अब्दुल कमाल आज़ाद की हिंदी शायरी, कुछ अनमोल विचार
क़दर करो उस जज़्बात की, जिसे ज़माना न समझ सका, मोहब्बत की राहों में वो, आज़ाद दिल, ज़माना न समझ सका। रोशनी की ओर बढ़, ज़िन्दगी की राह में, आज़ादी के सपने सजा, अपनी पहचान में। कटे न सिर्फ़ समय, बल्कि राहों के बढ़ने में, चलने का हौसला रख, इरादों के उड़ने में। ख़्वाहिशें बेमिसाल … Read more